एक दर्जन भर आम के पेड़ किए गए धराशाई
वन दरोगा की ओर से कही गई एफआईआर दर्ज होने की बात
रवींद्र सिंह ,युवा मीडिया
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार की ओर से भले ही पेड लगाने और हरियाली बढ़ाने की बात कही जा रही है तो पुलिस और वन विभाग ने भी शायद धरती से हरियाली नष्ट करने कसम खा रखी है। कोतवाली क्षेत्र गोसाईगंज के गांव मरखापुर मे काटी गई 12-14 पेड़ो की आम की बाग के मामले मे कुछ ऐसा ही नजर आया।वृक्ष कटान के इस मामले तथ्यों को छिपाने का काम किया है। आम के पेड़ किसके है? किसने बेचा इन सब बातो को भी छिपाया गया।इस मामले मे लकड़ी – ठेकेदार परदेशी ने भी अपनी दादागिरी दिखाई । उसने मौके पर पहुंचने वाले को पत्रकारों को रास्ते में रोक कर धमकाते हुए दूसरे कटान पहुंचने पर हाथ पैर छोड़ देने की बात कही।साथ ही लकड़ी कटान पर महिला को भेज कर फंसा देने की भी धमकी दी।
इस मामले में वन दरोगा शफात अली की ओर से आम की बाग कटवाने वाले लकड़ी माफिया परदेशी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करा देने की बात कही गई है।