LUcknow: पीएम रिपोर्ट से भी नहीं खुला डॉक्टर अमित की मौत का रहस्य

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मौत की वजह जानने के लिए सुरक्षित कर लिया गया बिसरा

पुलिस दोस्तों व करीबियों से करेगी पूछताछ

लखनऊ। राम मनोहर लोहिया संस्थान के जूनियर डॉक्टर अमित नायक की मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं हो सकी है। लिहाजा डॉक्टर की मौत पुलिस के लिए पहेली बन गई है। डॉक्टरों ने मृतक के बिसरा को सुरक्षित कर लिया है। अब पुलिस अमित के साथी डॉक्टरों व करीबियों से भी पूछताछ करेगी।

आशंका जताई जा रही है कि किसी दवा का ओवरडोज लेने के कारण डॉक्टर अमित की मौत हो गई या फिर उन्होंने आत्महत्या की है। फिलहाल पुलिस कई बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही है। शनिवार को डॉक्टर अमित का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन उनका शव को लेकर दिल्ली लेकर रवाना हो गए हैं।

यह था मामला

बता दें कि गुरुवार देर रात गाजीपुर थानाक्षेत्र अन्तर्गत इंदिरानगर सेक्टर-14 निवासी डॉक्टर अमित नायक की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई थी। ईएमओ डॉक्टर राहुल ने बताया कि अमित नायक लोहिया संस्थान में एमबीबीए एनेस्थीसिया पीजी फस्र्ट ईयर के छात्र थे। शुक्रवार की सुबह करीब छह बजे संस्थान के सीनियर डॉक्टर दीपक दीक्षित ने इमरजेंसी ड्यूटी के लिए डॉक्टर अमित को कॉल की थी, लेकिन उनका मोबाइल बंद था। इस पर डॉक्टर दीपक ने डॉ. शुभेंदु और अन्य दो डॉक्टर शोएब और अनिल को अमित के घर भेजा था। डॉक्टर अमित के साथी उनके घर पर पहुंचे, लेकिन दरवाजा पीटने पर भी कोई जावाब नहीं मिला था। तो उन्होंने फौरन पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी थी। पुलिस की मौजूदगी में हथौड़ी से दरवाजा तोड़कर डॉक्टर अमित को बेसुध अवस्था में बाहर निकाला गया और उन्हें लोहिया संस्थान की इमरजेंसी में लाया गया तो डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था।

पिता ने कहा गहनता से जांच करे पुलिस

डॉक्टर अमित की मौत के बाद उनके पिता हेमचंद्र नायक ने बताया कि उनका बेटा लगातार   इमरजेंसी ड्यूटी कर रहा था। जिसके चलते चार दिनों से उनकी बात नहीं हो पाई थी। रविवार को उन्होंने बेटे को कॉल की थी, उस वक्त भी बेटे ने कॉल रिसीव नहीं की थी। कहा कि पुलिस इस मामले में गहनता से जांच करे और उनके बेटे की मौत का कारण स्पष्ट करे। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर परिजन एकत्र हुए तो सभी के मन में डॉक्टर अमित की मौत एक सवाल बन गई।
पोस्टमार्टम के बाद परिजन डॉक्टर अमित के शव को लेकर दिल्ली रवाना हो गए। डीसीपी नार्थ कासिम आब्दी के मुताबिक, मृतक के शव के पास से पुलिस ने एक इंजेक्शन और सिरिंज बरामद की है। इस बात की पुष्टि की जा रही है कि डॉक्टर अमित ने कौन सा इंजेक्शन लिया था। हालांकि, इस घटना के सम्बन्ध में पुलिस लोहिया संस्थान के डॉक्टरों व अमित के साथियों से भी पूछताछ करेगी।