बेटे की हार्ट अटैक से मौत, सदमे में पिता ने खुद को गोली से उड़ाया

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युवा मीडिया (YUVA MEDIA)
LUCKNOW । अलीगंज इलाके में बेटे की हार्ट की बीमारी से मौत से गमजदा पिता ने लाइसेंसी रायफल खुद को गोली मार ली। अचानक गोली चलने की आवाज से कॉलोनी में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन परिजनों ने पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पिता-पुत्र की मौत से घर में कोहराम मचा है। वहीं जिसने भी इस घटना को सुना वह दंग रह गया।

मूलरूप से सीतापुर जनपद के कमलापुर थानाक्षेत्र निवासी सूरज प्रताप सिंह (47) त्रिवेणीनगर थर्ड की मौसमबाग कॉलोनी अलीगंज में सपरिवार रहते थे। वह बड़े स्तर के किसान थे। उनका छोटा बेटा कृष्णकांत सिंह (20) इंटरमीडिएट का छात्र था। वह कई महीनों से हृदय रोग की बीमार से पीडि़त चल रहा था। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे उनके बेटे कृष्णकांत की एकाएक सीने में दर्द होने से तबियत बिगड़ी। बड़े बेटे श्रीकांत और परिवारजन कृष्णकांत को एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डाक्टरों ने कृष्णकांत को मृत घोषित कर दिया। कृष्णकांत की मौत की खबर सुनते ही पिता सूर्य प्रताप अस्पताल में ही गश खाकर गिर पड़े। घरवालों ने किसी तरह पानी की छींटे डालकर उन्हें होश में किया। समझाकर ढाढस बंधाया। परिवारजन कृष्णकांत का शव लेकर घर पहुंचे। शव पहुंचते ही घर में चीख-पुकार मच गई।

इस बीच सूर्य प्रताप अपने कमरे में चले गए। सुबह करीब 11 बजे इसी दौरान उनके कमरे से गोली चलने की आवाज आयी। तत्काल मौजूद लोग कमरे की तरफ गए तो सभी के होश उड़ गए। परिजनों ने सूरज प्रताप सिंह को फर्श पर लहूलुहान हालत में देखा। जिसके बाद लोगों ने फौरन पुलिस कंट्रोल रुम पर सूचना दी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने सूरज प्रताप सिंह को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने बताया कि सूरज प्रताप सिंह को अपने छोटे बेटे कृष्णकांत सिंह से बेहद लगाव था। बेटे की मौत होने से वह सदमे में आ गए थे। अलीगंज इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रुम पर खुद को रायफल से गोली मारे जाने की सूचना मिली थी। प्रथम दृष्टया सूरज प्रताप सिंह ने अपनी लाइसेंसी रायफल से गर्दन में गोली मारकर आत्महत्या की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

सिर को चीरते हुए निकली गोली

अलीगंज इंस्पेक्टर नागेश उपाध्याय ने बताया कि सूरज प्रताप सिंह ने अपनी लाइसेंसी रायफल से खुद को गोली से उड़ाया दिया। उन्होंने गले के बीच रायफल की नाल से रख खुद को गोली मार ली। गोली उनके सिर को चीरते हुए कमरे में छत में धस गई और छत पर मांस के लोथड़े चिकप गए। कमरे की फर्श में खून से लाल हो चुकी थी। बताया कि सूरज प्रताप सिंह करीब 20 से 25 सालों से त्रिवेणीनगर में रहते थे।

परिवार में मचा कोहराम

एक ही दिन में बेटे की ह्रदयघात और पिता की आत्महत्या से मौत के बाद घर में कोहराम मच गया। हृदय विदारक घटना से पड़ोसियों और रिश्तेदारों की आंखे नम हैं। मृतक सूरज प्रताप सिंह के पिता सिंचाई विभाग से सेवानिवृत्त है। उनका बड़ा लड़का बीटेक की पढ़ाई कर रहा है। श्रीकांत ने बताया कि पिता, भाई कृष्णकांत को बहुत चाहते थे। वह उसकी मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सके। परिवार में मां रूबी हैं।