ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी फ्लिपकार्ट को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश,छह गिरफ्तार

Share

लखनऊ। ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी फ्लिपकार्ट को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने सरगना समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में कंपनी का डिलीवरी ब्याय भी शामिल है। यह लोग कम्पनी से मोबाइल और टैबलेट बुक कराने के बाद उन्हें डिब्बों से निकाल कर उसमें पुट्टी भर पार्सल कम्पनी को वापस भेज देते थे।

जहां पार्सल खोले जाने पर धोखाधड़ी का पता चलता था। मामले में लाखों रुपये के मोबाइल और टैबलेट गायब होने का मुकदमा मडिय़ांव कोतवाली में दर्ज हुआ था। जिसके आधार पर पुलिस ने गिरोह का राजफाश करते हुए आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों के कब्जे से 43 मोबाइल और सात टैबलेट समेत अन्य कीमती सामान बरामद हुए हैं। बरामद सामान की कीमत करीब 40 लाख रुपये आकी गई है।

गिरोह सरगना समेत आधा दर्जन आरोपी गिरफ्तार

डीसीपी उत्तरी एस.एम कासिब आब्दी के मुताबिक एक अक्टूबर को सीएबीटी में कलस्टर प्रबन्धक धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने तहरीर देकर लिखित शिकायत की। आरोप है कि रवीद्र कुमार,शुभम व धर्मवीर यादव डिलीवरी ब्वाय का कार्य लगभग एक महीने से करते थे।

योजना के तहत सचिन तिवारी ने उक्त साथियों के साथ मिलकर 23 से 26 सितम्बर तक भिन्न-भिन्न आईडी व मोबाइल से एप्पल के मोबाइल, आई पैड, घड़ी, टैबलेट व अन्य सामान बुक कर असली सामान को बदल कर डिब्बे में मिट्टी (क्ले)भरकर वापस कर दिया। इस सबंध में धीरेन्द्र प्रताप सिंह की तहरीर पर रविन्द्र कुमार, शुभम, धर्मवीर यादव व सचिन तिवारी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच-पड़ताल की जा रही थी। मडिय़ांव प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह व प्रभारी क्राइम टीम उत्तरी एसआई विश्वनाथ के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर भिठौली चन्द्राढाल के पास स्थित फ्लाईओवर के पास से गिरोह सरगना समेत छह लोगों को दबोच लिया।

भारी मात्रा में आईफोन समेत अन्य सामान बरामद

पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम सचिन तिवारी निवासी जनपद अयोध्या, अभिषेक दुबे उर्फ आशु निवासी अम्बेडकरनगर,शुभम यादव निवासी बख्शी का तालाब लखनऊ, धर्मवीर यादव,रवीन्द्र कुमार यादव निवासी  इंटौंजा लखनऊ, व विकास यादव निवासी बख्शी का तालाब लखनऊ बताया है।

वीडियो देखे : dcp lucknow

 

पकड़े गए आरोपियों के पास से 43 एन्ड्रायड / एप्पल मोबाइल फोन, 7 टैबलेट / आईपैड, 25  यूएसबी केबल, पैकेट सूरज गोल्ड ग्लासपुट्टी, एक बण्डल सफेद पारदर्शी टेप, दो बण्डल फ्लिपकार्ट प्लस का लोगो वाला टेप, एक बण्डल भूरे रंग का टेप, एक स्लाइडर चाकू कटिंग वाला व एक स्टील का चाकू बरामद हुआ है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हम लोग फ्लिपकार्ट कम्पनी से मोबाइल फोन, आई पैड धोखाधड़ी व चोरी कर प्राप्त किये हैं। गिरोह सरगना सचिन ने बताया कि मडिय़ांव में मुकदमे दर्ज होने के बाद हम लोग सीतापुर भागने की फिराक में थे। इसी दौरान पुलिस ने पकड़ लिया।

 तीन दिन में 50 से अधिक आर्डर किए बुक

डीसीपी ने बताया कि रवींद्र, शुभम और धर्मवीर फ्लिपकार्ट का सामान सप्लाई करने वाली इंस्टाकार्ट सर्विसेज में डिलेवरी ब्वाय हैं। 23 सितंबर से 29 सितंबर के बीच आईआईएम रोड स्थित एक पते पर कई बुकिंग की गई। धोखाधड़ी के बाद डिलेवरी ब्वाय पर धीरेंद्र ने शक जताया था। जिस पर आरोपी से पुलिस ने पूछताछ की थी।

उनके बयानों में विरोधाभास था। ऐसे में आरोपियों की कॉल डिटेल खंगालने पर संदिग्ध नम्बर मिले। जिन पर लगातार कॉल होती थी। एडीसीपी उत्तरी ने बताया कि लोकेशन ट्रैक किए जा रही थी। रविवार को डिलेवरी ब्वाय के साथ संदिग्ध नम्बर के एक्टिव होने का पता चला। जिसके आधार पर सभी को पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि गिरोह सरगना सचिन तिवारी हड़पे गए मोबाइल और टैबलेट को आधे दाम में बेचने का काम करता था। कई मोबाइल आरोपियों ने अपने इस्तेमाल के लिए भी रख लिए थे।

ग्रेजुएशन का छात्र निकला गिरोह सरगना

गिरोह सरगना सचिन तिवारी ने पूछताछ में बताया कि योजना के तहत फ्लिपकार्ट पर फर्जी नाम पते से मोबाइल व आई पैड इत्यादि सामान बुक करता है। फ्लिपकार्ट में डिलीवरी ब्वाय रविन्द्र कुमार, शुभम और धर्मवीर यादव सचिन द्वारा बुक किये गये सामान की डिलीवरी योजना के तहत बताए गए पते पर कर देता है।

वीडियो देखे : dcp lucknow

इसके बाद वह बुक पार्सल का टेप काट कर उसमें से मोबाइल व आई पैड इत्यादि निकालकर पुट्टी इत्यादि भरकर पुन: उसके पास मौजूद फ्लिपकार्ट का टेप लगाकर पार्सल को ऐसे पैक कर देता था जैसे वह कभी खुला ही नहीं।

वहीं डिलीवरी ब्वाय इसी पार्सल को अपनी एजेंसी में यह कहकर वापस कर देते थे कि जिस पते पर डिलीवरी देनी थी वह पता सही नहीं है अथवा वह व्यक्ति नहीं मिला। इस प्रकार प्राप्त मोबाइल फोन व आईपैड और यूएसबी केबल इत्यादि हम लोग आपस में बांटकर ग्राहकों को खोज बेच देते थे। डीसीपी एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि गिरोह सरगना स्नातक की पढ़ाई कर रहा है। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ किसी अन्य थाने में दर्ज मुकदमे की जानकारी की जा रही है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *