शाहजहांपुर कैंब्रिज कान्वेंट पुवायां में मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन (निज प्रतिनिधि से)

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शाहजहांपुर :-रविवार 19 फरवरी को कैंब्रिज कान्वेंट पुवायां में मातृशक्ति सम्मेलन का आयोजन किया गया ।

जिसमें मुख्य वक्ता स्वामी यतींद्र आनंद महामंडलेश्वर जूना अखाड़े का बौद्धिक हुआ उन्होंने बताया कि दुनिया में भारत की संस्कृति में मातृशक्ति का बहुत बड़ा योगदान है,और भारत में मातृशक्ति को पूजा जाता है।

ईश्वर संसार में माता के गर्भ में संतान की उत्पत्ति का निर्णय तय करता जिसके जन्म होने के बाद माता के रूप में जन्मभूमि को स्वीकार कर लिया जाता है।

जब जब प्रभु श्रीराम लंका पर विजय की तब लक्ष्मण जी ने भगवान श्रीराम से कहा कि आप लंका के राजा क्यों नहीं बन जाते तब प्रभु श्री राम ने कहा कि जननी जन्मभूमि से भी महान है।

हमें सोने की लंका नहीं चाहिए लक्ष्मण और बाद उन्होंने बताया कि जब अंग्रेज तात्या टोपे को ढूंढ रहे थे ।

तब एक गांव में जहां तात्या टोपे छुपे थे वहां की 9 वर्ष की बालिका को उठाकर चारों तरफ आग जलाने क बाद पुंछ रहे थे , लेकिन बालिका ने अपना मुख नहीं खोला जबाब भयानक तरीके से जलने लगी तब होठों से बोलने की आवाज आई अंग्रेज अधिकारी ने धमकाते हुए कहा कि कहां है तात्या टोपे नौ वर्ष की कन्या ने अंग्रेज अधिकारी को थप्पड़ मारा धक्का दे दिया ।

बालिका ने अपने प्राण छोड़ दिए लेकिन गद्दारी नहीं की ऐसी भी भारत की मातृशक्ति रही है । भारत की आदिकाल से देवताओं को भी मातृशक्ति के की बात माननी पड़ी सती सावित्री ने अपने पति के प्राण छुड़ाकर , माता पन्ना दाई अपने पुत्र का बलिदान करा देना राष्ट्रीय सुरक्षित रहे ।

जिस देश में माताएं जैसी होगी वैसे ही देश की वेशभूषा तय होती है । शिक्षा व्यवस्था में मातृशक्ति का भी अहम भूमिका होती है । क्योंकि सर्वप्रथम मां गुरु के रूप में होती हैं । माताओं को अपनी ताकत , शक्ति , बल और अपने ज्ञान को पहचानना पड़ेगा । जो आदिकाल में माताओं ने अपने तपस्या, युद्ध से धर्म को बचाने का काम किया है।

महिला समन्वय श्रद्धा गुप्ता ने समस्त महिलाओं का अभिवादन करते हुए कहा कि नारी शक्ति अपने को कमजोर ना समझे अपने मातृशक्ति को समानता की बात छोड़ कर अपने अस्तित्व की पहचान करें ।

इस मौके डॉक्टर मेधा शर्मा, आभा गुप्ता, मंजू आनंद, बबली सिंह, अंगूरा देवी, अमिता शुक्ला, मधु सिंह, हर्षी अग्रवाल, मुक्ता अग्रवाल, रजनी मेहरोत्रा, सुषमा बंसल, एकता बंसल, बंटी गुप्ता आदि महिलाएं उपस्थित रहे ।