लखनऊ। बंद घरों में रेकी कर धावा बोलने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गोमतीनगर विस्तार पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों के कब्जे से 159840 लाख रुपये व लाखों के जेवर बरामद हुए हैं। गिरोह के सरगना के खिलाफ चोरी समेत अन्य मामलों में छह मुकदमे दर्ज हैं।
गोमतीनगर विस्तार इंस्पेक्टर विनय कुमार चतुर्वेदी के मुताबिक छोटा भरवारा रेलवे क्रॉसिंग के पास से गोमतीनगर विस्तार कौशलपुरी अमित कुमार रस्तोगी व विभूतिखंड भरवारा क्रॉसिंग के पास झोपड़पट्टी में रह रहे ओम प्रकाश यादव और अभिनन्दन यादव को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित अमित भाई की बिस्कुट की डिस्ट्रीब्यूटरशिप एजेंसी चलाता था। जबकि अन्य दोनों आरोपी पीओपी कारीगर हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बीते छह माह में आठ घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है। गिरोह सरगना अमित ने बताया कि चोरी के जेवर गला कर बेंच दिया जाता था।
आरोपित अमित भाई की बिस्कुट की डिस्ट्रीब्यूटरशिप एजेंसी चलाता था। जबकि अन्य दोनों आरोपी पीओपी कारीगर हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बीते छह माह में आठ घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल की है। गिरोह सरगना अमित ने बताया कि चोरी के जेवर गला कर बेंच दिया जाता था।
सबसे पहले डीवाआर को बनाते थे निशाना
पूछताछ में गिरोह के सरगना अमित ने बताया कि वह शहरभर में घूमकर बंद मकानों को चिन्हित कर लेता था। दो दिन लगातार जिस मकान में ताला लगा रहता है उसके बारे में अपने साथियों को सूचित कर देता था। घर में धावा बोलने से पहले एक बार दूर से मकान देखकर जाते थे कि घर में कोई आया तो नहीं। पूरा इत्मिनान होने के बाद देर रात घर में घुस जाते थे। वहीं जिस घर में सीसीटीवी कैमरे लगे रहते थे। उनको निशाना बनाने पर सबसे पहले डीवीआर खोजकर उसे उठा लेते थे। इसके बाद पूरे घर को इत्मिनान से खंगालते थे। अधिकतर वह जेवर और नकदी ही चोरी करते थे।