संवाददाता-आदित्य प्रताप सिंह राव
एक तरफ मुख्यमंत्री एक पेड़ मां के नाम का दावा ठोक रहे हैं
युवा मिडिया,लखनऊ। बख़्शी का तालाब,( बीकेटी ) तहसील क्षेत्र में एक ओर जहां शासन प्रशासन के द्वारा पेड़ पौधे लगाए जाने की कवायद की जा रही है। और लखनऊ जिले में विभागवार पौधरोपण का लक्ष्य भी दे दिया गया है।
तो दूसरी ओर दबंग लकड़ी माफिया चोरी-चोरी, चुपके-चुपके वन विभाग के द्वारा मिली भगत करके धड़ल्ले से बीकेटी क्षेत्र के बिकामऊ गांव के पास लकड़ी माफियाओं ने प्रतिबंधित गूलर के पेड़ को धरासाही कर दिया और फिर उसे ऊंचे दामों पर बेच रहे हैं ,बतातें चलें कठवारा गांव में एक पेड़ नीम का काटा गया।
वहीं क्षेत्र के लोगों ने बताया कि वन विभाग के पुराने रिश्ते ठेकेदारों से होने के कारण लुका चुप्पी का खेल खेला जा रहा है। जब कोई ग्रामीण वन विभाग को सूचना मौके पर देता है, तो वह साफ तौर से बोल देते हैं कि देखकर बताएंगे लेकिन देखने के बाद भी कार्रवाई जीरो के नाम पर महज खानापूर्ति कर दिया जाता है।
क्षेत्र के सम्मानित सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि चोरों से वन विभाग कहता है कि चोरी करते रहो, वन विभाग को चोरी छुपे जेभें भरते रहो रूपयों से। हम वन विभाग के अधिकारी जांच के दौरान लीपापोती करते रहें।
इस खेल में विभागीय जिम्मेदारों की मिलीभगत किसी से छिपी नहीं है। हाल यही रहे तो वह दिन दूर नहीं जब जंगल लखनऊ जिला से पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।
बख्शी का तालाब क्षेत्र में अवैध पेड़ों की कटान धड़ल्ले से की जा रही है। सब कुछ जानने के बाद भी जिम्मेदार हाथ पर हाथ धरे बैठे है। जिससे उनकी कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है।