लखनऊ। मेरठ जोन के एडीजी डीके ठाकुर ने बुलंदशहर में अपने विभाग के ऊपर ही एक बड़ा एक्शन ले लिया है। उन्होंने पुलिस थाने से मात्र 300 मीटर की दूरी पर चोरी की गाडिय़ों को अवैध तरीके से काटे जाने के मामले को गंभीरता से लिया है। मामले को लेकर एडीजी ठाकुर ने तत्कालीन और वर्तमान थाना प्रभारीयों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। एडीजी डीके ठाकुर ने एसएसपी से 15 दिनों के भीतर इस अवैध गाड़ी कटान के मामले की पूरी रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इस आदेश के तहत खुर्जा देहात थाने के वर्तमान और पूर्व थाना प्रभारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। अगर जांच में थाना प्रभारियों के शामिल होने की बात सामने आती है तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
संलिप्त पाए जाने पर पुलिसवालों पर होगी कार्रवाई
एडीजी द्वारा लिखे गए पत्र के मुताबिक संज्ञान में आया है कि थाना खुर्जा देहात से महज 300 मीटर की दूरी पर अवैध तरीके से गाडिय़ों का कटान हो रहा था। स्क्रैप की अनुमति की आड़ में चोरी की गाडियां और बिना चालान भरे गाडियां काटी जा रही थीं।
पुलिस द्वारा सम्भवत: इस गोदाम को सील कर दिया गया है। फैक्ट्री संचालक सहित तमाम लोगों के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत किया गया है। प्रथमदृष्टया यह ज्ञात हुआ है कि इस फैक्ट्री में बडे पैमाने पर चोरी की गाडियों की अवैध कटान की जा रही थी। थाने से महज 300 मीटर की दूरी पर चोरी की गाडिय़ों का अवैध कटान या तो थाना पुलिस के संरक्षण में हो रहा होगा या यह थाना पुलिस की स्पष्ट अकर्मण्यता और गंभीर लापरवाही का प्रतीक है कि उसे इस अवैध धंधे की कोई जानकारी न हो और इस सम्बन्ध में उसने कोई कार्यवाही न की हो।
अवैध कटान की फैक्ट्री का खुलासा
खुर्जा देहात थाने के पास स्थित एक फैक्ट्री में चोरी की गाडिय़ों को अवैध तरीके से काटा जा रहा था। स्क्रैप की अनुमति का हवाला देकर चोरी की गाडिय़ों को काटा जा रहा था। यह फैक्ट्री बड़े पैमाने पर चल रही थी और इसमें शामिल लोगों ने इसका उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए किया था। हालांकि इस मामले में पुलिस ने फैक्ट्री संचालक समेत कुल 19 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। आरोपियों पर गाडिय़ों की अवैध कटाई करने और चोरी की गाडिय़ों को स्क्रैप के रूप में दिखाने का आरोप है।