UP: पुलिस हिरासत में मौत: विवेचना ट्रांसफर , एसीपी ने शुरू की जांच

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लखनऊ। विकासनगर इलाके में पुलिस हिरासत में हुई अमन की मौत के मामले में विवेचना एसीपी मोहनलालगंज को मिली है। शनिवार को एसीपी ने मामले में स्थलीय निरीक्षण कर जांच-पड़ताल किया। एसीपी के मुताबिक मामले में पीआरवी टीम में शामिल आरोपी चारों पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज कराए जा रहे हैं। मृतक की पत्नी का बयान दर्ज किया जा चुका है। अभी तीन दिन पहले की उन्हें मामले की विवेचना सौंपी गई है। सभी बिन्दुओं पर तफ्तीश करते हुए तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

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हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को किया तलब

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में मृतक दलित युवक अमन गौतम की पत्नी और बहन ने दोबारा पोस्टमॉर्टम कराने के लिए याचिका दायक की है। पीडि़त ने कोर्ट ने गुहार लगाई है कि मामले पर जांच किसी और एजेंसी से कराई जाए। याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार को तीन हफ्ते में जवाब देने का समय दिया है। मामले में अगली सुनवाई तीन सप्ताह के बाद होगी। यह आदेश न्यायमूर्ति विवेक चौधरी व न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ ने अमन गौतम की पत्नी रोशनी और बहन सुधा गौतम की याचिका पर दिया है।

आरोप पिटाई से हो गई मौत, देर से एफआईआर दर्ज करने का आरोप

इलाज के लिए अमन को लोहिया अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पीडि़त ने बताया की अमन की बॉडी का वीडियो भी बनाया गया था, जिसमें शरीर पर चोट के निशान थे।

इसके बाद भी पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में शरीर पर मौत के पहले कोई चोट के निशान के बारे में नहीं बताया गया है। कोर्ट को यह भी बताया गया की पुलिस ने घटना की एफआईआर  भी दो दिनों बाद दर्ज की थी। पीडि़त ने कोर्ट को बताया, अमन गौतम के दोस्त आकाश से इस घटना में शामिल पुलिस कर्मी शैलेंद्र सिंह ने माफी मांगते हुए कहा कि वह अमन को इतना नहीं मारना चाहता थे की उसकी मौत हो जाए। याचिका पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने राज्य सरकार से इस घटना पर जवाब तलब किया है।

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 पुलिस हिरासत में दलित युवक की हुई थी मौत

विकासनगर में 11 अक्टूबर की रात जुआरियों को पकडऩे गई पुलिस ने दबिश दी थी। इस दौरान पुलिस ने 25 वर्षीय अमन गौतम और एक अन्य व्यक्ति को पकड़ कर थाने ले आई थी। पुलिस हिरासत में अमन की मौत हो गई। मामले में परिजनों ने सड़क पर शव रखकर जमकर नारेबाजी की। वहीं पुलिस अफसरों ने पीआरवी पर तैनात सिपाही शैलेंद्र और अन्य तीन अज्ञात पुलिसवालों पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर व कार्रवाई का आश्वासन देकर आक्रोशित लोगों को शांत कराया।

पुलिस का कहना है कि जुआ खेले जाने की सूचना पर पीआरवी पहुंची। इस दौरान वहां पर कुछ लोग जुआ खेलते दिखाई दिए। जुआ खेल रहे लोग पुलिस की गाड़ी देखते ही वहां से भागने लगे। दौड़ाकर अमन गौतम व सोनू को पकड़ लिया। दोनों को पूछताछ के लिए गाड़ी में बैठाया, तभी अमन की हालत बिगडऩे लगी। जिसको इलाज के लिए तुरंत लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टर से उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई है। वहीं मामले में परिजनों ने विकासनगर पुलिस पर विवेचना में नाराजगी जतायी थी। जिसके बाद जांच एसीपी मोहनलालगंज को सौंपी गई है।

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