कृष्ण रुक्मणी विवाह पर जमकर नाचें श्रद्धालु

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सखी सोलह हजार बीच में कन्हैया अकेले

युवा मीडिया (ब्यूरो) |ललितपुर के बॉंसी की हृदय स्थली श्री टोरिया हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिवस श्रीधाम वृंदावन से पधारे श्री मुरारी दास जी महाराज ने आज महारास की कथा वर्णन करते हुए कहा कि प्रेम निश्चल होना चाहिए जैसे कि गोपिकाओं का प्रेम निश्चल है ।

मुरली मनोहर की मुरली सुनते ही जो जिस अवस्था में था वैसे ही दौड़ी चली आई , भक्त और भगवान का मिलन यही महारास है।

आगे कथा का वर्णन करते हुए कहा कंश के अत्याचारों से मथुरा बासियो को मुक्ति दिलाई -श्री कृष्ण ने कंस का वध किया और महाराज उग्रसेन को राजगद्दी पर पुनः आसीन कराया।

रुकमणी कृष्ण विवाह की सुन्दर झांकी लगाई गयी

भजन आओ मेरी सखी मुझे महंदी लगा दो मुझे श्याम सुन्दर की दुल्हिन बना दो..इस भजन पर जमकर नाचें श्रद्धालु तत्पश्चात आरती के बाद भव्य प्रसाद वितरण किया गया।

इस अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। अरविंद कुमार पटेल के साथ रोहित नामदेव की रिपोर्ट।