लखनऊ। राजधानी के ग्रामीण इटौंजा थाना क्षेत्र के अकडरिया खुर्द गांव के बाहर गैंगरेप के बाद 35 वर्षीय महिला की हत्या की गई थी। पुलिस ने वारदात में शामिल उसके प्रेमी मोनू समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है। दुष्कर्म के बाद तीनों ने भारी वस्तु से सिर पर प्रहार कर हत्या की थी। वहीं, प्राथमिक जांच में पूर्व प्रेमी को क्लीनचिट दे दी है।
एडीसीपी उत्तरी पंकज कुमार दूबे के मुताबिक शुक्रवार को इटौंजा के माल रोड स्थित अकड़रिया खुर्द गांव में चरी के खेत में महिला का अर्धनग्न हालत में शव पड़ा मिला था। शव से कुछ दूर महिला के कपड़े मिले थे। उसके सिर, मुंह व शरीर पर कई जगह पर चोटें थी। साथ ही शरीर पर रगड़ और खरोंचें भी मौजूद थे। महिला की शिनाख्त माल थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला कैटर्स ने पत्नी के रूप में की थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर भारी चोटे लगने से मौत की पुष्टिï हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस की टीम तफ्तीश कर रही थी। इसी दौरान प्रकाश में आए प्रेमी समेत तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। कड़ाई से पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की बात कबूल कर ली।
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गिरफ्तार आरोपितों में अकडिया खुर्द गांव का रहने वाला मोनू रावत उसका साथी करन कश्यप और राजापुर गांव का करन है। इंस्पेक्टर इटौंजा मारकन्डेय यादव ने बताया कि आरोपियों के पास से महिला का ई-श्रम कार्ड, वोटर कार्ड, फोटो, महिला का टूटा हुआ मोबाइल और घटना में प्रयुक्त बाइक भी बरामद कर ली गई है। गैंगरेप की पुष्टि के लिए डॉक्टरों के पैनल ने स्लाइड बनाई है। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए तीनों आरोपी साथ में मजदूरी करते हैं।
प्राथमिक जांच में पूर्व प्रेमी दिनेश की भूमिका वारदात में नहीं मिली है। हालांकि जांच अभी चल रही है। दिनेश भी महिला के घर आता जाता था।
पुलिस में शिकायत करने पर पीट-पीट कर मार डाला
मुख्य आरोपी मोनू अकडरिया खुर्द गांव का ही रहने वाला है। बीते छह माह से वह महिला से बातचीत कर रहा था। 22 सितंबर को उसने महिला को फोन करके रामकरन के चरी के खेत में बुलाया था। वहां मोनू के साथ उसके गांव का ही दोस्त करन कश्यप और राजापुर गांव का करन भी था। तीनों ने महिला से दुष्कर्म किया। विरोध पर उसे जमकर पीटा। पुलिस में शिकायत करने की जब महिला ने धमकी दी तो सिर पर भारी वस्तु से प्रहार कर उसे मार डाला। हत्या के बाद उसका शव खींचकर खेत में किनारे फेंका और फिर भाग निकले थे।
पूर्व प्रेमी को क्लीचिट
कैटस का काम करने वाले पति के मुताबिक उसकी बड़ी बेटी की शादी हो गयी है। पत्नी 8 वर्षीय छोटी बेटी के साथ गांव में ही रहती है। पति के अनुसार उसकी पत्नी का चार वर्षों से अकड़रिया खुर्द निवासी टेम्पो चालक दिनेश यादव से प्रेम संबंध चल रहा था।
कई बार उसने पत्नी को समझाया, लेकिन वह अक्सर उसके साथ घर से निकल जाती थी। बीते 23 सितम्बर को उसकी पत्नी घर में ताला डालकर निकली थी। शाम तक मां घर नहीं पहुंची, तो बेटी ने पिता को जानकारी दी। पति का कहना है कि अगले दिन वह दिनेश के घर गया, लेकिन उसकी पत्नी वहां नहीं मिली। इसके बाद पति ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत की थी। पति को शुक्रवार शव मिलने की जानकारी हुई, तो वह घटनास्थल पर पहुंचा और शिनाख्त पत्नी के रूप में किया।
मोनू से भी चल रहा था प्रेम-प्रसंग
पूर्व प्रेमी के अलावा पकड़े गए आरोपी मोनू ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि महिला और उसके बीच 6 महीने पहले नजदीकी आई थी। पुलिस का दावा है कि प्रेमी मोनू के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। आरोपी मोनू ने 22 सितंबर को माल के सैदापुर निवासी महिला को गांव के पास ही मिलने बुलाया था। इसके वह महिला को अपने साथ ले गया था। साथियों के साथ मिलकर मोनू ने महिला को बंधक बनाकर गैंगरेप कर हत्या कर दी।
कई सवालों के जवाब में उलझी पुलिस
महिला की गैंगरेप के बाद हत्या के मामले कई सवाल ऐसे हैं,जिनका जवाब अभी भी मिलना बाकी है। वहीं इस मामले में सूत्रों का कहना है कि शनिवार को हुए पोस्टमॉर्टम में महिला की हत्या करीब पांच दिन पहले किए जाने की बात सामने आई है। इसका मतलब है कि महिला 22 सितम्बर को गायब हुई महिला 23 सितम्बर तक जिंदा थी। पुलिस अधिकारियों के पास इस सवाल का जवाब भी नहीं है कि महिला के सिर पर किस चीज से वार करके हत्या की गई थी।
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पीडि़त पति ने 24 सितम्बर को महिला के गायब होने के संबंध में दर्ज कराई गई ऑनलाइन शिकायत में यह दावा किया था कि उसे बेटी ने बताया कि इटौंजा के रहने वाला व्यक्ति 22 सितम्बर को आया था। उसके साथ महिला गई थी। 4-5 वर्षों से महिला और लासा निवासी व्यक्ति दिनेश के अवैध संबंध थे। परिवारीजनों ने लासा निवासी व्यक्ति पर वारदात का शक व्यक्त किया था। हालांकि पुलिस ने इस मामले में फिलहाल लाला निवासी व्यक्ति दिनेश को आरोपी नहीं बनाया है। वहीं परिवारीजनों का आरोप है कि पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है। इसके अलावा पुलिस ने गैंगरेप की पुष्टिï नहीं की है।