Lucknow: सेक्सटार्शन गिरोह के चंगुल में फंसे ठेकेदार ने गंवाई जान

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-रविवार से लापता हुए ठेकेदार का शव इन्दिरा नहर में उतराता मिला

लखनऊ। बीबीडी थानाक्षेत्र से रविवार से लापता चल रहे ठेकेदार का शव नगराम इलाके में स्थित इन्दिरानहर में मिली। ठेकेदार की स्कूटी सोमवार सुबह चिनहट के इंदिरानहर के समीप लावारिस हालत में खड़ी मिली थी।

स्कूटी के पास ठेकेदार की चप्पले, अंगौछा और चश्मा भी पड़ा मिला।  घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों की मदद से नहर में खोजबीन की थी लेकिन देर शाम तक ठेकेदार का कुछ पता नहीं चला था। परिजनों ने सेक्स एक्सटॉशन गिरोह पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाते हुए इंदिरानहर में खुदकुशी किए जाने की बात कही है। वहीं मामले में बीबीडी पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की धारा में मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश कर रही है।

सोमवार को लापता ठेकेदार की स्कूटी नहर के पास हुई थी बरामद

बीबीडी क्षेत्र के भैसोरा निवासी अरुण मिश्रा (50) शटरिंग ठेकेदार था। भाई रंजीत मिश्रा के मुताबिक अरुण रविवार सुबह घर से निकला था और शाम को घर नहीं लौटा। परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। काफी तलाश करने के बाद जब उसका कुछ पता नहीं चला तो परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताकर पुलिस को सूचना दी। खोजबीन के दौरान सोमवार सुबह अरुण की स्कूटी चिनहट क्षेत्र स्थित इंदिरा नहर के पास खड़ी मिली। स्कूटी के पास ही अरुण का चश्मा,अंगौछा और चप्पल पड़ा मिला।

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया और घंटों उसकी तलाश किया, लेकिन अरुण का कुछ पता नहीं चल सका। वहीं मंगलवार सुबह खोजबीन की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस को नगराम थाना क्षेत्र स्थित इन्दिरा नहर के अचाका रेगुलेटर के पास शव फंसे होने की सूचना मिली थी। गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकलवाया गया।

रंजीत मिश्रा ने भाई अरुण मिश्रा के रूप में शव की पहचान की है। नगराम इंस्पेक्टर ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। शरीर पर जाहिरा चोट नहीं दिखाई दिया है। मामले की गुमशुदगी बीबीडी कोतवाली में दर्ज है। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। नहर में कूद कर आत्महत्या की बात सामने आ रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्टï हो पायेगा।

मोबाइल चैट में रुपये 10 लाख और मांगे जाने की पुष्टि

रंजीत ने पुलिस को बताया कि भाई का मोबाइल फोन चेक किया गया,  तो पता चला की उसके खाते से कुछ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। मोबाइल चैटिंग में 10 लाख रुपये की और मांग किए जाने की बात सामने आयी है। आशंका है कि साइबर जालसाज ने धोखे से अरुण का कोई अश्लील वीडियो बना लिया और वायरल करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेल किया जा रहा था। बदनामी के डर से अरुण ने आत्महत्या कर ली।

पत्नी के मोबाइल पर ब्लैकमेल किए जाने की दी थी जानकारी

बेटे सौरभ मिश्रा के मुताबिक उनके पिता अरुण कुमार मिश्रा बीती 17 सितम्बर की शाम करीब छह बजे घर से निकले थे। इस दौरान उन्होंने मां से कहा था कि फोन के माध्यम से उसे परेशान व ब्लैकमेल किया जा रहा है। वह कई बार रुपया भेज चुके हैं।

अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है। उसी शाम छह बजे मम्मी के मोबाइल पर रुपया भेजने का स्क्रीन शॉट मैसेज किया था। जिसके बाद उनकी स्कूटी और मोबाइल पुरानी नहर रोड पर जलसेतु के पास खड़ी मिली थी। मौके पर उसके पिता का चश्मा, गमछा और चप्पलें भी मिली थी जो उसके पिता की थी। बीबीडी इंस्पेक्टर ने बताया कि बेटे की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल की जा र ही है।