इकाना स्टेडियम हादसा: लापरवाही की भेंट चढ़ी दो जिन्दगियां,तीसरा जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहा

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इकाना स्टेडियम परिसर में लगी होर्डिंग स्कॉर्पियो पर ढही, मां-बेटी की मौत,वाहन चालक की हालत नाजुक

 लखनऊ। सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इकाना इंटरनेशन स्टेडियम परिसर में स्थित एक विशायकाय यूनीपोल (होर्डिंग) रविवार शाम को ढह गया। वहां से गुजर रही एक स्कॉर्पियो होर्डिंग के नीचे दब गई। जिसमें सवार मां-बेटी की मौत हो गई। वहीं कार का चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। चालक का लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा है और उसकी स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है।

हादसे का अंदाजा लगाया जा सकता है कि इकाना स्टेडियम में लगा यह बोर्ड बहुत बड़ा था, हल्की हवा को नहीं झेल पाया और गिर गया। इसकी जद में आई स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में होर्डिंग के नीचे दबी कार में फंसा शख्स हाथ हिलाकर बचाने की गुहार लगा रहा था।

होर्डिंग के नीचे दबी कार को बाहर निकालने में रेस्क्यू टीमों के छूटे पसीने

डीसीपी दक्षिण विनीत जायसवाल ने बताया कि रविवार शाम करीब 4: 30 बजे तेज आंधी के कारण इकाना स्टेडियम में लगे विशालकाय यूनीपोल (होर्डिंग)गिरने की सूचना मिली। इसी दौरान वहां से गुजर रही कानपुर नंबर की स्कॉर्पियो कार (यूपी 78 सीआर 2613) यूनीपोल के नीचे दब गई। सूचना पर मौके पर पहुंची एसडीआरएफ, फायर सर्विस टीम व सुशांत गोल्फ सिटी थाना पुलिस की रेस्क्यू टीमों ने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन व हाइड्रोलिक मशीन की मदद से कार को बिलबोर्ड के नीचे से निकला। तीनों घायलों को लोहिया अस्पताल भिजवाया गया जहां इंदिरा नगर एचएएल निवासी प्रीति जग्गी (38) व उसकी बेटी कुमारी एंजेल (15) को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं कार के ड्राइवर मडिय़ांव के शंकरपुर निवासी मो. सरताज (28) की स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

हल्की हवाएं चल रही थीं, उसी दौरान हादसा हुआ

इकाना स्टेडियम का यह सबसे बड़ा यूनीपोल था। इसी यूनीपोल पर इकाना स्पोर्ट्ज सिटी लिखा हुआ था। होर्डिंग लोहे के बड़े बड़े एंगल पर वह टिकी थी। जिस वक्त हादसा हुआ उस दौरान हल्की हवाएं चल रही थीं। इसलिए पुलिस प्रशासन के अफसर भी हैरान है कि न तेज आंधी तूफान आया न कोई ऐसा कार्य वहां चल रहा था, जिससे होर्डिंग गिर जाए। बड़ी लापरवाही की आशंका है। जब जांच होगी तब सभी तथ्य सामने आ सकेंगे। इकाना स्टेडियम के बाहर छोटे-बड़े करीब 60 से ज्यादा बोर्ड लगे हैं। बताया जा रहा है कि काफी समय से मरम्मत न होने की वजह से इसमें जंग आ गई थी और यह कमजोर होने लगा था।

 

प्रीति का था व्रत, जूस पीने व बेटी को घुमाने को निकली थी

जानकारी के मुताबिक प्रीति व उसके पति दीपक का आठ साल पहले तलाक हो चुका है। तब से वह अपने मायके में मां और भाई के साथ ही रहती थीं। प्रीति के पिता का निधन हो चुका है। वह सॉफ्टेवेयर डेवलपर थीं। बेटी एंजेल गुरुकुल एकेडमी में 8 वीं कक्षा में पढ़ती थी। प्रीति के भाई मोहित जग्गी ने बताया कि बहन का सोमवार का व्रत था। वह जूस पीने के लिए निकली थीं। उन्होंने इसी बहाने बेटी को बाहर घुमाने की बात कही थी लेकिन क्या पता था कि अब वह कभी वापस घर नहीं आएंगी।

विडिओ देखे : ekana

लापरवाही उजागर, जांच में जुटी विभाग की टीमें

हादसे के बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की। सभी तथ्य जुटाए। प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे। एलडीए और नगर-निगम टीम के अफसरों ने अपने अपने स्तर से जांच पड़ताल शुरू की है कि आखिर हादसे के पीछे की वजह क्या है। इन विभागों की टीमें भी मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल की। ओरिजिंस एडवरटाइजिंग कंपनी की होर्डिंग है। देखरेख की जिम्मेदारी उसी कंपनी की है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर कानून-व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सूचना पर तत्काल पुलिस, दमकल और एसडीआरएफ की टीमें पहुंचीं। बहुत कम समय में रेस्क्यू पूरा किया गया। हादसे में दो की मौत हुई है। आगे की कार्रवाई जारी है।