जगत के हित के लिए भगवान शंकर ने रचाया विवाह

Share

युवा मीडिया ब्यूरो

ललितपुर / बांसी श्री श्री 1008श्री लालजी महाराज मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा पार्थिव शिवलिंग निर्माण में मुख्य यजमान राहुल सैनी श्रीमति नेहा सैनी मथुरा वृदावन भैया लाल पुलैया श्रीमति रंजना पुलैया, अशोक साहू बड़ा गांव श्रीमति शीला साहू, दीपक कुशवाह,श्रीमति, विकेंद्र यादव श्रीमति नीलम यादव है पार्थिव शिवलिंग निर्माण पुजन के उपरान्त हजारिया महादेव मन्दिर में विसर्जन किया गया इसके उपरांत आज शिव महापुराण की कथा में व्यास शिवशंकर शास्त्री जी ने किया भगवान शंकर के विवाह की कथा का अद्भुत प्रसंग शिव महापुराण में श्री भगवान शंकर के विवाह का अद्भुत प्रसंग सुनाते हुए कहा की भगवान शंकर को पाणी ग्रहण करने की कोई आवश्यकता नहीं थी पर जगत के हित के लिए असुर का संघार करने के लिए देवताओं के आग्रह पर भगवान शंकर ने

विवाह किया संसार जैसे नियमों का पालन करता है ऐसे ही नियमों का पालन करते हुए भगवान शंकर ने कार्तिकेय जैसे पुत्र को उत्पन्न करके तारकासुर जैसे अहंकारी दैत्य का संघार करके सब को सीख दी है की अधर्म कितना भी बढ़ जाए पर जब सूर्य रूपी धर्म प्रकाश के रूप में उदय होता है तो अंधकार का तिमिर अपने आप नष्ट हो जाता है ऐसे ही भगवान शंकर के पुत्र कार्तिकेय जी के द्वारा तारकासुर का उद्धार हुआ इस अवसर पर महंत दामोदर दास जी, महंत जगत राम दास जी, माखन बाबा पाल बाबा, डॉ एस के सिकदार, गजानंद सुमन, रितेश यादव अखिलेश खरे, रिंकू गुप्ता, गौरव झा, ओमप्रकाश सरावगी, भैया लाल पुलैया, रानू बुखारिया , जीतू गुप्ता, राहुल सुमन, एवं सैकडो महिलाएं मौजूद रहीं

अरविन्द कुमार पटेल के साथ रोहित नामदेव की रिपोर्ट