उत्तर प्रदेश की सरकार कितना भी कह ले की वह गरीब लोगों की मदद कर रही है सरासर दिखावटी ,बनावटी बातें हैं दबंग व्यक्तियों के कनेक्शन काटने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की हिम्मत नहीं पड़ती वहीं दूसरी तरफ मीटर रीडिंड बढ़ाकर ज्यादा से ज्यादा बिजली बिल बनाकर नोटिस भेजने से पहले ही बिजली कनेक्शन गरीब व मध्यम वर्ग के व्यक्तियों के यहां काट दिया जा रहा है। अंधेरों में रहने को मजबूर किया जा रहा है,कई लोगों ने शिकायत की तथा मीडिया से अपनी बात रखी की एकाएक हजारों,लाखों का बिल रसीद घर पहुंचा दिया जाता है और यदि पैसों को किस्तों के रूप में देने के लिए तैयार भी होते हैं तो,बिजली अधिकारियों द्वारा पूरे बिल का भुगतान करने को कहा जाता है,जिसके कारण गरीब इकट्ठा बिजली बकाया भुगतान करने में सक्षम नहीं हो पाता है। और लाइन मैन,जेई तुरंत बिजली कनेक्शन काट देते हैं और अधेरें में रहने को मजबूर किया जाता है।
विद्युत विभाग के कर्मचारियों को नहीं है किसी का डर
सरकार के बड़े बड़े दावे को बिजली कर्मचारियों , व अधिकारियों द्वारा पैरों के नीचे कुचल दिया जाता है,और गरीब से वसूली नही होने पर अंधेरे में रहने को छोड़ दिया जाता है,ऐसे ही एक मामला अमेठी जनपद के मुख्यालय गौरीगंज के बलीपुर ,खुर्द का है। जहां पर मकान बनाकर ,कई वर्षों से रह रही रेशमा जिनका पहले ऑफलाइन बिजली बिल जमा किया जाता था ,तो बीच में कुछ बिजली बिल जमा करने वाले लुटेरे पैसों को लेकर भाग गए थे तथा पैसों को बिजली विभाग में नही जमा किए थे ,एक वर्ष पहले पीड़िता के घर पर बिजली मीटर लगा,जिसका समय पर भुगतान भी करती थीं लेकिन अचानक से पुराने बिल समेत अभी तक का इकट्ठा बिल आ गया बिजली बिल का रकम इतना था कि पीड़िता इकट्ठा बिल जमा करने में सक्षम नहीं थी तो किस्तों के रूप में बिल जमा करने के लिए तैयार हुई ,लेकिन जेई और लाइन मैन द्वारा पीड़िता की एक भी बात नहीं सुनी गई और बिजली कनेक्शन काट दिया इस अन्य मामलों में गरीबों एवं मध्यम वर्ग के व्यक्तियों को बिजली विभाग द्वारा अंधेरे में रहने को मजबूर किया जा रहा है।