नहरों की सफाई पर लगा सवालिया निशान

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नहरो की सफाई पर लगा सवालिया निशान?

कराए गए काम का भुगतान रोकने की, की गई मांग

लखनऊ।रवि की फसल या गेहूं की बुवाई का समय है।ऐसे मौके पर नहरों मे पानी चलता होना चाहिए था लेकिन मामला उल्टा नजर आ रहा है।अभी तक नहरों की सफाई भी ठीक तरह से नहीं हो पाई है तो किसानो के खेतो तक पानी पहुंच पाएगा इस बात की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

यह बात राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के जिला महा मंत्री राम सिंह तथा जिला संयोजक राम चंदर वर्मा की ओर से कही गई है।दोनो किसान नेताओ को ओर से कराए गए सफाई कार्य का भुगतान न किए जाने की मांग की गई है।दोनो किसान नेताओ का कहना है कि सफाई कार्य के बाद दरेसी कार्य नहीं कराया गया इसके अलावा नहर सीधी न होकर टेढ़ी मेढी हो गई है।

इससे खेतो तक पानी पहुंचना मुश्किल हो जाएगा।किसान नेताओ के अनुसार सफाई कार्य मे यह विसंगतियां गोसाईगंज ,मलौली तथा सिठौली कला माइनरो मे देखी गई है।यही स्थिति अन्य नहरों की भी हो होगी फिर किसानो के खेतो की सिंचाई का काम किस तरह हो पाएगा।

उन्होंने वह भी कहा कि गेहूं वि बुवाई के लिए सिर्फ 10 दिन का समय बचा है। किसान परेशान है।कृषि के मामले से जुड़े सरकार और सरकारी तंत्र के लोगो ने अपने आंख कान बंद कर रखे है।इन्ही सब बातो से आम जन में यह बात फैल रही है कि यह तो बड़े बड़े उद्योग पतियों की सरकार है।इसमें किसानो का भला कभी नही हो सकता है