सुसाइड नोट में सुसाइड बरामद
लखनऊ । गोमतीनगर में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी दिनेश कुमार शर्मा (73 ) ने मंगलवार सुबह अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार कर खुदकुशी कर ली। गोली की आवाज सुनते ही घर वाले उनके कमरे में पहुंचे तो वहां का मंजर देख सकते में आ गये। दिनेश कुमार का खून से लथपथ शव कुर्सी पर था। फर्श पर खून फैला हुआ था।
वहीं पर उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी थी। इसकी सूचना मिलते ही वहां कई पुलिस अधिकारी पहुंच गये। कमरे में अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट भी मिला जिसमें उन्होंने बीमारी से दुखी होकर खुदकुशी करने की बात लिखी है। यह भी लिखा है कि उनके इस कदम के लिये कोई और जिम्मेदार नहीं है। घटना सुबह करीब सवा सात बजे हुई। इसकी खबर कुछ देर में ही उनके रिश्तेदारों व पुराने अफसरों तक पहुंच गई। पारिवारिक मित्र रहे रिटायर डीजीपी सुलखान सिंह, जावीद अहमद और एडीजी सुरक्षा बिनोद कुमार सिंह समेत कई अफसर वहां पहुंचे और परिवार से मुलाकात कर उन्हें ढांढ़स बंधाया।
कुर्सी पर बैठ कर मारी गोली
विशालखंड दो निवासी दिनेश कुमार शर्मा 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी वर्ष 2010 में रिटायर हुए थे। वह काफी वक्त से अवसाद की बीमारी से परेशान थे। इलाज भी चल रहा था। पर, सेहत में सुधार नहीं हुआ। इसे लेकर दिनेश अक्सर परेशान रहने लगे।
परिवार वालों ने उन्हें कई बार समझाने का प्रयास किया। मगर, अवसाद की बीमारी से रिटायर्ड आईपीएस उबर नहीं पाए। नतीजतन मंगलवार सुबह करीब 7.15 पर दिनेश कुमार शर्मा ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। एडीसीपी पूर्वी सै. अली अब्बास के अनुसार सूचना मिलने पर टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि रिटायर्ड आईपीएस ने कुर्सी पर बैठ कर खुद को गोली मारी है। यह बात घटनास्थल को देख कर पता चली। कुर्सी के सामने टेबल पर लेटर पैड और पेन रखा था। अंग्रेजी में लिखे गए सुसाइड नोट में दिनेश कुमार शर्मा ने बीमारी से परेशान होकर खुदकुशी करने की बात लिखी है।
फायरिंग की आवाज सुन कमरे में पहुंचे पत्नी-बेटा
वर्ष 2010 में डीजी पद से रिटायर हुए दिनेश कुमार शर्मा के परिवार में लखनऊ विश्वविद्यालय से रिटायर लेक्चरर पत्नी नीता शर्मा, बेटा अरिंजय शर्मा और बेटी है। सुबह करीब 6.30 बजे उठने के बाद दिनेश कुमार थोड़ी देर टहलते रहे। फिर पहली मंजिल पर बने कमरे में पहुंचे। चाय पीने के कुछ देर बाद ही करीब 7.10 पर कुर्सी पर बैठ कर लाइसेंसी रिवॉल्वर को दाहिनी कनपटी से सटा कर गोली मार ली। फायरिंग की आवाज सुन कर अरिंजय और पत्नी नीता शर्मा कमरे में पहुंचे। पिता का शव कुर्सी पर पड़ा देख अरिंजय ने फोन कर पुलिस को सूचना दी। इंस्पेक्टर गोमतीनगर दीपक कुमार पाण्डेय ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए लाइसेंसी रिवॉल्वर को जब्त किया गया है।
सेहत के साथ साहस खो रहा हूं…
करीब तीन महीने से रिटायर्ड आईपीएस बैचेनी और अवसाद की बीमारी से परेशान थे। इलाज के साथ मेडिटेशन कर रहे थे। सुसाइड नोट में दिनेश कुमार ने लिखा है कि सेहत के साथ साहस खो रहा हूं। मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूं। यह लिखने के साथ ही सुसाइड नोट में दिनेश कुमार ने हस्ताक्षर भी किए हैं। पुलिस ने सुसाइड नोट को कब्जे में लिया है।
नीदरलैंड से बेटी के आने पर होगा अंतिम संस्कार
रिटायर्ड आईपीएस की बेटी परिवार संग नीदरलैंड में रहती है। इंस्पेक्टर गोमतीनगर ने बताया कि मंगलवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव को घर वापस लाया गया। परिवार के सदस्यों ने दिनेश की बेटी को सूचना दी है। जिनके आने के बाद बुधवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा। बेटे अरिंजय ने बताया कि वह कानपुर से बीटेक करने के बाद यूएसए की एक कम्पनी में नौकरी कर रहा है। मौजूदा वक्त में वर्क फ्राम होम पर है।
जिंदादिल इंसान…बेहतरीन क्रिकेट खिलाड़ी
वर्ष 1975 बैच के आईपीएस अधिकारी दिनेश कुमार शर्मा ने एसएसपी देहरादून, एसएसपी रुद्र प्रयाग, आईजी गोरखपुर, आईजी बरेली, एडीजी सुरक्षा, डीजी ट्रेनिंग और डीजी पुलिस आवास निगम जैसे अहम पदों पर रह चुके थे। एडीजी सुरक्षा विनोद कुमार सिंह हादसे की सूचना मिलने पर विशालखंड स्थित दिनेश कुमार शर्मा के घर पहुंचे। पत्नी नीता शर्मा और बेटे अरिंजय से मिल कर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने बताया कि दिनेश कुमार शर्मा उम्मा अधिकारी के साथ जिंदादिल शख्सियत थे। कई सालों तक आईपीएस इलेवन के वह कप्तान भी रहे। रिटायर डीजीपी सुलखान सिंह और जावीद अहमद ने भी दिनेश कुमार शर्मा के घर पहुंच कर परिवार से मुलाकात की है। दिनेश कुमार शर्मा रिटायर पुलिस ऑफिसर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी भी थे।
कनपटी को भेदते हुए निकली गोली
मंगलवार दोपहर डॉक्टरों ने रिटायर आईपीएस के शव का पोस्टमार्टम किया। दिनेश ने दाहिनी कनपटी से सटा कर गोली मारी थी। जो बांई कनपटी को भेदते हुए निकल गई। गोली लगने से बेतहाशा खून बहा। जिसकी वजह से रिटायर आईपीएस की मौके पर ही मौत हो गई। यह राय पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने दी है।
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