दो दशकों से जीर्णोद्धार को तरस रहा सुठेना बाईपास मार्ग

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कछौना हरदोई: लखनऊ-हरदोई मार्ग से सुठेना बाईपास खड़ंजा मार्ग दो दशक से ज्यादा समय से जर्जर पड़ा है। मार्ग की हालत खराब होने के कारण राहगीरों को आवागमन में काफी असुविधा होती है।

इस मार्ग की दुर्दशा के जीर्णोद्धार के लिए सदस्य विधान परिषद अशोक अग्रवाल ने शासन को पत्र लिखकर शीघ्र निर्माण की मांग की। इस कदम से क्षेत्रीय लोगों ने सराहना की। नागरिकों को कई दशक से उपेक्षित मार्ग के निर्माण की उम्मीद जाग गई।

विकास खण्ड कछौना की प्रमुख मार्ग लखनऊ-हरदोई पलिया मार्ग से विद्युत उपकेंद्र कछौना होते हुए सुठेना बाईपास मार्ग है। यह नगर का प्रमुख बाईपास मार्ग है। इस मार्ग से ग्राम कीरतपुर, लोन्हारा, सुजानपुर, सुठेना सहित कई ग्रामों का आवागमन का मुख्य मार्ग है।

नगर पंचायत कछौना पतसेनी के मुख्य मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग होने के कारण व बालामऊ जंक्शन होने के कारण ट्रेनों के आवागमन के चलते फाटक अक्सर घण्टों बंद रहता है, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं। कई घण्टे जाम की स्थित हो जाती है। ऐसे समय पर स्कूली वाहन, एंबुलेंस, इमरजेंसी वाहन, पुलिस के फंसने से आम जनमानस को काफी असुविधा होती है।

कई बार फाटक देर तक बंद होने के कारण गंभीर मरीजों को काफी परेशानी होती है। गर्भवती महिलाओं को बहुत पीड़ा होती है। इस जाम से निजात के लिए बाईपास मार्ग का अहम योगदान है। परंतु यह मार्ग कई दशक से उपेक्षित पड़ा है।

सड़क की हालत काफी जर्जर व गड्ढे युक्त है। खड़ंजा पूरी तरह से उखड़ चुका है। गहरे-गहरे बड़े-बड़े गड्ढों में अक्सर वाहन फंसकर पलट चुके हैं। राहगीर चुटहिल होते हैं। इस मार्ग से प्रतिदिन सैकड़ों लोगों, एंबुलेंस वाहन, इमरजेंसी वाहन, स्कूली वाहन गुजरते हैं।

बरसात के समय में गड्ढे में जलभराव से आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाता है। इस समस्या के संदर्भ में युवा सामाजिक कार्यकर्ता इंद्रजीत यादव जनसुनवाई, लोकवाणी, जिला प्रशासन, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को लगातार 10 वर्षों से अवगत करा रहे हैं।

परन्तु विभागीय अधिकारियों का कहना है।इस मार्ग पर न तो कोई राजस्व ग्राम है और न ही मजरा, वर्तमान में ऐसे मार्गों के निर्माण संबंधी विभाग में कोई कार्ययोजना नहीं है। इसलिए उक्त मार्ग का निर्माण कराया जाना संभव नहीं है। जिसके कारण इस मार्ग का जीर्णोधार कई दशक से दंश झेल रहा है। जिसका खामियाजा आम जनमानस को उठाना पड़ रहा है।

क्षेत्रीय विकास जन आंदोलन के संयोजक रामखेलावन कनौजिया ने बताया कि समय से इस मार्ग का जीर्णोद्धार नहीं हुआ तब हम संगठन इस मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए हाईकोर्ट की शरण में जाएंगे। सांसद अशोक रावत ने इस मार्ग के संदर्भ में सुठेना रेलवे क्रासिंग गेट संख्या 257सी० अंडर पास बनाए जाने के लिए संसद में मुद्दा उठाया है। जिससे आवागमन सुगम हो सके। सदस्य विधान परिषद अशोक अग्रवाल ने इस मामले को गंभीरता से समझते हुये मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है।