विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने काटा दलित बस्ती के लोगों के घरों का विजली कनेक्शन 

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उत्तर प्रदेश के जनपद अमेठी मे विद्युत विभाग के कर्मचारियो की कार्यशैली के चलते होली त्यौहार पर भी अंधेरे मे है दलित बस्ती। दलित बस्ती मे ग्रामीणों को बिना किसी सूचना के विद्युत विभाग द्वारा पूरे गांव की लाइन,काट दी गई। जिससे अंधकार में करना पड़ रहा है दलित ग्रामीण को अपना जीवन यापन,जिस पर ग्रामीणों ने विरोध जताया और लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया बहिष्कार करते हुए।बिजली नहीं तो वोट नही का नारा लगाते हुए, घरों पर बैनर और काले झंडे लगाये,पूरा मामला अमेठी जनपद के संग्रामपुर थाना क्षेत्र के डेहरा महमदपुर गांव का है।जहाँ एक तरफ होली  त्यौहार पर सरकार द्वारा लगातार क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, तो वहीं दूसरी तरफ जनपद अमेठी में विद्युत विभाग की कार्यशैली के चलते दलित ग्रामीणों को विद्युत की समस्या से जूझना पड़ रहा है। और मुख्य त्यौहार होली पर भी विजली विभाग द्वारा मनमानी रवैया से लोगों की लाइन काट दी गई। जिस वजह से ग्रामीणों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है,ग्रामीणों का आरोप है कि विद्युत विभाग द्वारा मनमानी रवैया अपनाते हुए बिना किसी सूचना दिए।हम दलित ग्रामीणों की बस्ती की लाइन काट दी गई।

 ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का किया बहिष्कार विजली नहीं तो वोट नहीं के अपने घरों पर लगाए बैनर 

जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए,उसके साथ ही बिजली नहीं तो वोट नहीं का बैनर व काला झंडा अपने घरों पर लगाकर विरोध जताया वहीं ग्रामीणों ने बताया कि अगर हम लोगों का बिजली का बिल बाकी होता तो हमें जानकारी दी जानी चाहिए थी ,हम किसी न किसी तरह विद्युत बिल जमा करते, मगर बिना किसी को सूचना दिए। पूरे गांव का बिजली कनेक्शन काट दिया गया, विद्युत विभाग के जेई व अन्य कर्मचारियों ने आकर हमारे गांव का विजली का कनेक्शन काट दिया है,जिससे हम लोगों को अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है और होली के त्यौहार पर भी अंधेरे में रहना पड़ रहा है, और ग्रामीणों ने यह भी बताया कि हमारे बच्चे विजली ना होने की वजह से पढ़ भी नहीं पा रहे है।पहले सरकार मिट्टी का तेल देती थी उसे योगी,मोदी ने बंद कर दिया,हमारा विद्युत कनेक्शन राहुल गांधी के समय का है, जिसकी ना हमें कोई रसीद मिली है, और ना ही कोई विजली का बिल दिया गया है,इसलिए हम लोगों को विजली की बिल की कोई जानकारी नहीं थी,वही गांव में दो से चार घर ऐसे हैं जिन्होंने विद्युत कर्मचारियों को तीन-चार हजार रुपये दिए। जिसके कारण उनका विद्युत कनेक्शन नहीं काटा गया। बाकी पूरी दलित बस्ती का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया, और ग्रामीणों नें बताया की हम गरीब व्यक्ति हैं जिसके कारण हम लोग विद्युत कर्मचारी द्वारा मांगे गए रुपये नहीं दे सके,जिसके कारण हमारी इस दलित बस्ती का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया,हम लोगों ने निश्चय किया है कि, आने वाले लोकसभा चुनाव में हम लोग वोट का बहिष्कार करेंगे, अगर हमारी सुनवाई नहीं होती तो हम लोग किसी भी पार्टी को वोट देने नहीं जाएंगे।