मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर शहीद वीरांगनाओं के छलके आंसू

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शहीद की वीरांगनाओं को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
युवा मीडिया
लखनऊ। पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर लखनऊ रिजर्व पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्तव्य के दौरान प्राणों की आहुति देने वाले शहीद पुलिसकर्मियों को गमगीन महौल में श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस दौरान कुछ देर के लिए माहौल गमजदा रहा। मौके पर मौजूद पुलिसजनों व अन्य उपस्थिति लोगों की आंखे नम हो गयीं।

गमगीन महौल में याद किये गये अमर शहीद जवान

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे पास दुनिया के किसी भी राज्य का सबसे बड़ा पुलिस बल है। उत्तर प्रदेश पुलिस का शहादत का गौरवशाली इतिहास है। कर्तव्य पथ पर अपनी जान की कुर्बानी देने वाले वीर जवानों को हम सब श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। संकट में फंसे लोग आज भी सबसे पहले किसी को याद करते हैं तो वो नाम पुलिस है। उन्होंने कहा कि जांबाज पुलिस कर्मियों का सर्वोच्च बलिदान हमें निरन्तर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने प्रदेश के शहीद पुलिसजन के परिवार के सदस्यों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह पुलिस परिवार का अभिन्न अंग हैं। उनके कल्याण और उनकी समस्त आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए सरकार हमेशा तत्पर रही है और आगे भी रहेगी।

वीरांगनाओं में दिखा देश सेवा का जज्बा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सम्बोधन के बाद बीते वर्ष सात बलिदानी पुलिसकर्मियों को नमन करने के साथ उनके स्वजन से भेंट की। सीएम ने उन्हें सम्मानित करते हुए वीरांगनाओं का हाल जाना। इस दौरान शहीद सिपाही सर्वेश की पत्नी की गोद लिए बच्चे का दुलार भी किया। बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले पुलिसकर्मियों की वीरांगनायें भी देश सेवा का जज्बा रखती है। वे भी अपने पति की तरह त्याग और समर्पण भाव से देश की सेवा करना चाहती हैं।
अमर शहीद सर्वेश की पत्नी अपने गोद में लिए छह वर्षीय बच्चे को भी देश सेवा के लिए भेजने की बात कही। वहीं शहीद एसआई कादिर खां की पत्नी साजिदा का कहना है कि परिवार में दो बेटे और दो बेटियां हैं। बड़ा बेटा निजी व्यवसाय करता है। छोटे बेटे मो.कामरान को देश सेवा करनी है। उसकी नौकरी के लिए औचारिकताएं पूरी की जा रही है। साजिदा ने कहा कि आज दुख के साथ बेहद खुशी भी हुए रही है कि देश के लिए पति ने जान गवां दी। हमारा पूरा परिवार देश सेवा के लिए हमेशा तत्पर्य है।

कानून से खिलवाड़ करने वालों पर जमकर गरजे

पुलिस स्मृति दिवस पर शहीदों को नमन करने के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ कानून से खिलवाड़ करने वालों पर जमकर गरजे। उन्होंने कहा कि आज यूपी में कोई भी अपराधी स्वच्छंद नहीं, या तो जेल में है या फिर मारा गया। अपराध और अपराधियों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति और पुलिस की सक्रियता का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध समाप्त हो गया है।
परिणामस्वरूप विभिन्न जनपदों में 20 मार्च 2017 से 13 अक्टूबर, 2022 की अवधि में पुलिस ने आत्मरक्षार्थ की गयी कार्रवाई में 166 अपराधी मारे गये और 4453 घायल हुए। इस कार्रवाई में पुलिस बल के 13 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की और 1362 पुलिस कर्मी घायल हुए। प्रदेश में महिलाएं- बालिकाएं, कमजोर वर्ग और व्यापारी आज सुकून से हैं। हर पर्व-त्योहार शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हो रहा है। समाज में समरसता है।

शहीद पुलिसकर्मियों का हुआ सम्मान

यूपी के छह जिलों में तैनात सात पुलिस कर्मियों ने बीते वर्ष ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवा दी थी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्मृति दिवस पर उनके परिजनों को सम्मानित किया।
इनमें सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र नाथ मिश्र, फतेहपुर,सब इंस्पेक्टर कादिर खां गौतमबुद्धनगर, हेड कांस्टेबल मुनील कुमार चौबे प्रयागराज,कांस्टेबल सर्वेश कुमार गौतमबुद्धनगर, कांस्टेबल ललित कुमार गाजियाबाद, कांस्टेबल मनीष कुमार बागपत व कांस्टेबल सुमित कुमार मुजफ्फरनगर शामिल हैं।

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