लखनऊ lucknow । ठाकुरगंज कोतवाली के बालागंज चौकी इंचार्ज व बीट दारोगा समेत पांच नामजद व करीब आधा दर्जन से अधिक दबंगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पीडि़त का कहना है कि पुलिसकर्मियों की शिकायत आलाधिकारियों से की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
उसके बाद पीडि़त ने कोर्ट में अर्जी दायर की। कोर्ट आदेश पर ठाकुरगंज पुलिस ने बालागंज चौकी इंचार्ज समेत बीट दरोगा के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले मोहनलालगंज में अधिवक्ताओं से मारपीट करने के मामले में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
ठाकुरगंज थानाक्षेत्र अन्तर्गत बरौरा हुसैनबाड़ी निवासी दुर्गा प्रसाद त्रिवेदी के मुताबिक घर के समीप उनका प्लाट है और पास में ही सरकारी जमीन भी है। इस प्लॉट पर शिवरतन जायसवाल, विशाल जायसवाल और रितिक जायसवाल कब्जा करना चाहते हैं। यही वजह है आरोपी उनके परिवार से रंजिश भी रखते हैं। आरोप है कि बीते 8 जनवरी की रात करीब 10 बजे आरोपीगण अपने आठ से दस साथियों के साथ पहुंचे और घर के बाहर गाली-गलौज करने लगे। जब पीडि़त ने दरवाजा खोला तो आरोपी जबरन उनके घर में घुस गए। इसके बाद परिवारिक सदस्यों के साथ मारपीट करने लगे और घर में तोडफ़ोड़ कर दी। इस पर पीडि़त ने पुलिस कंट्रोल रूम डायल 112 पर सूचना दी। सूचना पर बालागंज चौकी इंचार्ज अनिल सिंह तोमर व बीट दरोगा अशोक कुमार सिंह शिकायतकर्ता के घर पहुंचे।
जिसके बाद शिकायतकर्ता को कोतवाली ले आए। पीडि़त का आरोप है कि विपक्षीगण पुलिस से साठगांठ कर उल्टा उन्हें लॉकप में बंद करा दिया। जब शिकायतकर्ता ने विरोध किया तो बालागंज चौकी इंचार्ज अनिल सिंह तोमर गुस्से में आ गए। आरोप है कि बालागंज चौकी इंचार्ज अनिल सिंह और बीट दरोगा अशोक कुमार सिंह पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में शिकायतकर्ता को लॉकप में तब तक पीटते रहे जब तक वह बेसुध नहीं हो गया।
इस मामले में शिकायतकर्ता ने आलाधिकारियों से गुहार लगाई। बावजूद इसके कार्रवाई नहीं हुई। फिर शिकायतकर्ता ने कोर्ट में अर्जी दायर की। मामले को संज्ञान में लेते हुए कोर्ट के आदेश पर ठाकुर पुलिस ने आरोपित पुलिसकर्मी अनिल कुमार सिंह, बीट दरोगा अशोक कुमार सिंह समेत शिव रतन जायसवाल, विशाल जायसवाल व रितिक जायसवाल के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। ठाकुरगंज कोतवाली प्रभारी विकास राय के मुताबिक, साक्ष्यों के आधार पर तफ्तीश कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।