पाक की प्रेम दिवानी सीमा हैदर की हैप्पी एडिंग या जेल की चाहर दीवारी!  

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राष्ट्पति से भारतीय नागरिकता की मांग, नापाक मंसूबों की कुंडली खंगाल रहीं जांच एजेंसिया

लखनऊ। तीन देशों की सरहद पार कर चार बच्चों के साथ अवैध तरीके से भारत में दाखिल हुई पाक की प्रेम दिवानी महिला सीमा हैदर की लव स्टोरी चर्चाएं देश-विदेश में है। वहीं सीमा हैदर और सचिन की प्रेम कथा की सच्चाई सामने लाना भारतीय जांच एजेंसियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है।

एजेंसियां जहां एक ओर सीमा पिछली जिन्दगी सच्चाई का पता लगा रही है वहीं दूसरी ओर जासूसी एंगल समेत नापाक मंसूबों का भी पता लगा रही है। हालांकि सीमा हैदर कोई पहली शख्स नहीं है जो सरहद को लांघ भारत में अवैध तरीके से दाखिल हुई हैं। इससे पहले भी दर्जनों की तादाद में बंग्लादेशी व रोहिग्यां सरहद पार कर हिन्दुस्तान की जमीं पर घुसपैठ कर चुके हैं।

फिलहाल सुर्खियों में आयी पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर को लेकर भारतीय जांच एजेंसियों मानव तस्करी,आंतकी संगठन,जासूसी एंगल समेत अन्य बिन्दुओं पर गहनता से तफ्तीश कर रही है। वही दूसरी तरफ सीमा ने राष्ट्पति से भारतीय नागरिकता की मांग की है ।

आसान नहीं तीन देशों की सरहद पार करना

चार बच्चों के साथ प्रेमी सचिन मीणा के साथ भारत रहने आयी पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर का नेपाल की सरहद पार कर सिद्घार्थनगर के रास्ते ग्रेटर नोएडा पहुंचना आसान नहीं है। मामले की जांच कर रही केन्द्रीय जांच एजेंसियों को अहम जानकारी मिली है। किसी तीसरे शख्स की मदद से पूरी तैयारी के साथ सीमा को भारतीय बॉर्डर में दाखिल करवाया गया था।

खुफिया एजेंसी सूत्रों के मुताबिक पांचवी पास सीमा ने बकायदा पूरी तैयारी के साथ अपना ड्रेसअप इस तरीके से किया था कि वह ग्रामीण भारतीय महिला लगे। सीमा को इस तरीके से तैयार करने के लिए पेशेवर लोगों की मदद ली गई। सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचने के लिए उसने अपने बच्चों को भी इसी तरीके से ड्रेसअप करवाया था। जांच एजेंसियों के मुताबिक ऐसा ही तरीका ह्यूमन ट्रैफिकिंग या जिस्मफरोशी रैकेट में शामिल महिलाएं भारत-नेपाल सीमा पार करने में इस्तेमाल करती हैं।

इसके अलावा जिस धाराप्रवाह भाषा में सीमा लगातार बात कर रही है ऐसी ट्रेनिंग नेपाल में मौजूद पाकिस्तानी हैंडलर उन महिलाओं को देते हैं जिनको नेपाल बॉर्डर पार कराकर भारत में गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भेजा जाता है। वहीं भाई और चाचा के पाकिस्तानी फौज और पबजी गेम के माध्यम से किराना दुकान चलाने वाले सचिन की मोहब्बत में देश और परिवार छोड़कर भारत पहुंची सीमा हैदर की कुंडली खंगालने में केन्द्रीय एजेंसियां जुटी है।

घुसपैठ के लिए उत्तर प्रदेश मुफीद ठिकाना

नेपाल की सीमा से उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर व महराजगंज सटे जिले हैं। जिससे सरहद पार कर नेपाल के रास्ते रोहिंग्या, बांग्लादेशी और पाकिस्तानी लोग बड़े ही आराम से उत्तर प्रदेश के जिलों में दाखिल हो जाते हैं। फिर यहां से फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से मानव तस्करी कर लंदन, अफ्रीका व खाड़ी देशों में भेजा जाता है। जिन घुसपैठियों के पास तस्कर को देने के लिए रुपये नहीं होते हैं। वे लोग भारत में रहने लगते हैं। खास बात यह है कि मानव तस्करों के जरिए आतंकवादी संगठन के लोग भी भारत में आकर मुसीबत का सबब बन जाते हैं।

चुनाव में अहम भूमिका,तैयार होता है वोट बैंक

11 जून 2021 को यूपी एटीएस ने गाजियाबाद से रोहिंग्या नागरिक आमिर हुसैन और नूर आलम को गिरफ्तार किया था। आरोपी अवैध तरीके से रोहिंग्या नागरिकों को भारत में एंट्री कराता था। उस समय एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने एक बयान में कहा था कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों को यूपी में ठिकाना बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है।

चुनाव से पहले इन सभी को राशन कार्ड और पैन कार्ड बनवा कर उनकी स्थाई सदस्यता भी दिलवाई जाती है। जिससे यूपी में चुनाव में इनकी भागीदारी रहती है और एक बड़ा वोट बैंक भी तैयार होता है, जिसके लिए इनको अच्छी खासी रकम भी दी जाती है। हालांकि समय-समय पर अभियान चलाकर एटीएस घुसपैठियों की धर पकड़ करती है। बावजूद सरहद पार कर अवैध तरीके से भारत में घुसपैैठ का सिलसिला जारी है।

इन तारीखों में पकड़े गए विदेशी घुसपैठिए

1-नवंबर 2020 को सहारनपुर से बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद इकबाल और फारुख को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। दोनों सगे भाइयों के पास से भारतीय पास्पोर्ट भी बरामद हुआ था।

2-दिसंबर 2021 में फर्जी दस्तावेजों से विदेश जा रहे आठ बांग्लादेशी नागरिक समेत नौ लोगों को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया। पकड़े गए सभी बांग्लादेशी दिल्ली जा रहे थे, जहां से उनको दुबई भेजा जाना था।

3-अप्रैल 2022 को सहारनपुर देवबंद दारुल उलूम से एक बांग्लादेशी छात्र तलहा को गिरफ्तार किया गया। वह 2015 से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पढ़ाई कर रहा था।

4-मई 2023 को एटीएस ने 8 लोगों को कानपुर से गिरफ्तार किया था। इनमें 4 रोहिंग्या महिलाएं, 1 रोहिंग्या दलाल सहित 3 रोहिंग्या पुरुष व त्रिपुरा निवासी 1 भारतीय दलाल शामिल था।  

5 – 2 0 जुलाई को यूपी एटीएस ने देवबंद (सहारनपुर) से दो बांग्लादेशी नागरिकों हबीबुल्लाह मिस्बाह और अहमदुल्लाह को गिरफ्तार किया। दोनों अपनी असली पहचान छिपा कर और स्वयं को भारतीय नागरिक बता कर वहां रह रहे थे।